संगीत साधना और भारतीय दर्शन के प्रचार-प्रसार के लिए डॉ. तरुण गौड़ का नाम पद्म श्री सम्मान के लिए प्रस्तावित

 



नई दिल्ली:
भारतीय शास्त्रीय संगीत, वेद, उपनिषद और दर्शन के समर्पित साधक और शिक्षक डॉ. तरुण गौड़ का नाम वर्ष 2026 के पद्म श्री सम्मान के लिए प्रस्तावित किया गया है। यह प्रस्ताव उनकी वर्षों की संगीत सेवा, लेखन, और सांस्कृतिक चेतना को जागृत करने वाले कार्यों को ध्यान में रखते हुए किया गया है।

डॉ. गौड़ पिछले 15 वर्षों से संगीत शिक्षा, लेखन और शोध में निरंतर सक्रिय हैं। उन्होंने भारतीय संगीत को केवल सुर और ताल तक सीमित न रखकर उसे आध्यात्मिक चेतना और वैदिक दृष्टिकोण से जोड़कर जन-जन तक पहुँचाया है। उनके द्वारा सिखाए गए छात्रों में भारत ही नहीं, विदेशों के विद्यार्थी भी शामिल हैं।

🎓 मानद डॉक्टरेट और वैश्विक पहचान
हाल ही में उन्हें अमेरिका की प्रतिष्ठित Cedarbrook University द्वारा मानद डॉक्टरेट (Ph.D.) in Music से सम्मानित किया गया। साथ ही भारत की Magic & Art University (फरीदाबाद, हरियाणा) द्वारा भी उन्हें Honorary Doctorate Award प्रदान किया गया, जो Magic Book of Records में भी दर्ज है।

📘 प्रशंसित कृतियाँ और साहित्यिक पुरस्कार
उनकी बहुचर्चित पुस्तक ‘संगीत और भारतीय दर्शन’ को देश-विदेश के विद्वानों और समीक्षकों ने अत्यंत सराहा है। इस पुस्तक के लिए उन्हें TRI Literary Award 2025 में Music & Entertainment श्रेणी में विजेता घोषित किया गया।

🏅 अन्य प्रमुख पुरस्कार और सम्मान
Rashtriya Pratishtha Puraskar (2025) – भारतीय संस्कृति, संगीत और वैदिक अध्ययन में बहुविध योगदान के लिए

Rashtriya Gaurav Puraskar (2025) – सामाजिक उत्कृष्टता और सांस्कृतिक नेतृत्व के लिए

India Achievers Award 2025 (Hyderabad Edition) – Excellence in Music Composition

India Iconic Award 2025 – Music, Education & Research क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट योगदान

Mentor of Knowledge – Vedic Lotus Institute (2025) – राष्ट्रीय स्तर के श्रेष्ठ शिक्षक के रूप में सम्मान

Top Writer Award – CI Publication द्वारा “Sangeet Aur Bhartiya Darshan” पुस्तक के लिए

All India Classical Music Competition (2005) – गोल्ड मेडलिस्ट

M.A. (Music) – JNVU, Jodhpur – गोल्ड मेडलिस्ट एवं विश्वविद्यालय टॉपर


🧭 संगीत को साधना का मार्ग माना
डॉ. गौड़ ने अनेक नि:शुल्क संगीत कार्यशालाओं के माध्यम से युवा वर्ग को शास्त्रीय संगीत के प्रति जागरूक किया है। उनकी शिक्षण शैली भारतीय गुरु-शिष्य परंपरा को आधुनिक शिक्षा पद्धति से जोड़ती है, जिससे विद्यार्थियों को एक समर्पित और सजीव वातावरण प्राप्त होता है।

🌟 राष्ट्र के लिए गौरव का क्षण
पद्म श्री सम्मान के लिए नामांकन न केवल डॉ. गौड़ की व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा, संगीत और दर्शन के वैश्विक विस्तार का प्रतीक भी है। यह घोषणा निःसंदेह बीकानेर सहित पूरे राजस्थान और संगीत जगत के लिए गर्व का विषय है।